मिर्च की खेती के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाने से अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है।

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मिर्च की खेती के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाने से अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है। यहाँ कुछ प्रमुख बिंदु दिए गए हैं:

1. जलवायु और मिट्टी का चयन

  • मिर्च गर्म और आर्द्र जलवायु में अच्छी तरह बढ़ती है।
  • 20-30°C तापमान इसकी वृद्धि के लिए उपयुक्त होता है।
  • अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी जिसका pH मान 6.5-7.5 हो, सबसे अच्छी होती है।

2. खेत की तैयारी

  • खेत की 2-3 बार जुताई करें ताकि मिट्टी भुरभुरी हो जाए।
  • जैविक खाद (गोबर की खाद या वर्मीकंपोस्ट) मिलाएं।
  • 10-15 टन गोबर खाद प्रति एकड़ डालें।
  • मृदा परीक्षण करवाकर आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करें।

3. बीज का चयन और बुवाई

  • उच्च उत्पादन वाली, रोग प्रतिरोधी और स्थानीय जलवायु के अनुकूल किस्में चुनें।
  • प्रमुख किस्में: G-4, Pusa Jwala, Kashi Anmol, Hybrid F1 आदि।
  • बीजों को बुवाई से पहले 12 घंटे पानी में भिगोएं और फिर फफूंदनाशक (थायरम या कैप्टन @2 ग्राम/किग्रा बीज) से उपचार करें।
  • नर्सरी में 1 सेमी गहराई पर कतारों में बुवाई करें।
  • 25-30 दिन बाद पौधों को खेत में रोपित करें।

4. सिंचाई व्यवस्था

  • गर्मी में 5-7 दिन और सर्दियों में 10-12 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें।
  • फूल और फल बनने के समय नियमित सिंचाई करें।
  • ड्रिप सिंचाई से पानी की बचत होती है और उत्पादन अच्छा होता है।

5. उर्वरक प्रबंधन

  • रोपाई से पहले प्रति एकड़ 80-100 किलो नाइट्रोजन, 50 किलो फॉस्फोरस और 50 किलो पोटाश दें।
  • नाइट्रोजन को दो या तीन बार में डालें।
  • जैविक खाद का अधिक प्रयोग करें, जिससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहे।

6. खरपतवार नियंत्रण

  • निराई-गुड़ाई से खेत को खरपतवार मुक्त रखें।
  • मल्चिंग (प्लास्टिक या जैविक अवशेषों की परत) से नमी बनी रहती है और खरपतवार कम होते हैं।

7. रोग और कीट नियंत्रण

रोग:

  • अर्जुन/पर्ण धब्बा: मैंकोजेब @2 ग्राम/लीटर पानी का छिड़काव करें।
  • मिर्च मोज़ेक वायरस: प्रभावित पौधों को हटा दें और सफेद मक्खी नियंत्रण करें।

कीट:

  • थ्रिप्स और एफिड: इमिडाक्लोप्रिड @0.5 मिली/लीटर पानी में मिलाकर छिड़कें।
  • फ्रूट बोरर: स्पिनोसैड @1 मिली/4 लीटर पानी में मिलाकर छिड़कें।

8. तुड़ाई और उत्पादन

  • मिर्च की तुड़ाई हरी, आधी पकी या पूरी पकी अवस्था में की जा सकती है।
  • 75-90 दिन बाद पहली तुड़ाई करें।
  • प्रति एकड़ 50-100 क्विंटल उत्पादन मिल सकता है।

9. भंडारण और विपणन

  • तुड़ाई के बाद मिर्च को छायादार स्थान पर सुखाएं।
  • ताजा मिर्च को बाजार में बेचें या सुखाकर मसाले के रूप में संग्रह करें।
  • अच्छे बाजार मूल्य के लिए उचित समय पर बिक्री करें।

इन सभी उपायों को अपनाकर मिर्च की खेती से अच्छा उत्पादन और मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है

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