बाजरा की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी

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बाजरा की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी

बाजरा एक सूखा-सहिष्णु फसल है और इसे विभिन्न प्रकार की मिट्टियों में उगाया जा सकता है, लेकिन अधिक उपज प्राप्त करने के लिए सही मिट्टी का चयन बहुत जरूरी है।

1. उपयुक्त मिट्टी का प्रकार

🔹 बलुई दोमट (Sandy Loam) और दोमट मिट्टी (Loamy Soil) सबसे उपयुक्त होती है।
🔹 कम उपजाऊ और हल्की मिट्टी में भी अच्छी पैदावार दे सकता है।
🔹 अधिक जल निकासी वाली मिट्टी होनी चाहिए, क्योंकि जलभराव से फसल खराब हो सकती है।
🔹 कम उर्वरता वाली मिट्टी में भी यह अच्छी तरह बढ़ सकता है, लेकिन जैविक खाद देने से उपज में सुधार होता है।

2. मिट्टी का pH स्तर

🔹 बाजरा की खेती के लिए pH 6.5 से 7.5 सबसे उपयुक्त है।
🔹 थोड़ी अम्लीय से लेकर हल्की क्षारीय मिट्टी में भी फसल अच्छी होती है।
🔹 अत्यधिक अम्लीय (pH<5) या क्षारीय (pH>8) मिट्टी फसल के लिए अनुकूल नहीं होती।

3. अन्य महत्वपूर्ण बातें

🔹 बंजर और शुष्क भूमि में भी बाजरा उग सकता है, लेकिन उत्पादन कम हो सकता है।
🔹 मिट्टी में जैविक पदार्थों (ऑर्गेनिक मैटर) की मात्रा अधिक होनी चाहिए ताकि नमी लंबे समय तक बनी रहे।
🔹 खराब जल निकासी वाली मिट्टी से बचें, क्योंकि ज्यादा नमी फसल की जड़ों को सड़ने का कारण बन सकती है।
🔹 रेतीली मिट्टी में भी बाजरा उगाया जा सकता है, लेकिन नियमित सिंचाई और उचित उर्वरक प्रबंधन आवश्यक होता है।

🔹 निष्कर्ष

अगर आप दोमट या बलुई दोमट मिट्टी में बाजरा की खेती करते हैं और मिट्टी का pH संतुलित रखते हैं, तो बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के लिए गोबर खाद या जैविक खाद का प्रयोग करें और जल निकासी की सही व्यवस्था करें। 🌾🚜

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